दोस्तों आज हम आपको बताएँगे पहली बार सेक्स कैसे करें। सबसे पहले महिला को पुरी तरह उत्तेजित करें। यदि आपकी पत्नी आपके इस प्रयास में साथ देती रहे।
तो पती को चाहिए कि वह पत्नी के स्तनो को जोर से सहलाये। अगर पती पत्नी के स्तनो को जोरोजाना से सहायता हैं तो पत्नी को अति सुखमय। आनंद मिलता हैं।
इस समय पत्नी के मन में कई ऐसे विचार भी आते हैं जैसे मेरा पती सबसे बलवान हैं। मेरी किस्मत इतनी अच्छी हैं कि मुझे यह मिले, मेरी आज रात सारी ख्वाहिसें पुरी हो जाएंगी।
और यह भी सोचती है कि इसके बाद वह क्या-क्या करेंगे। इसके बाद उसके स्तनो को दबाए और सहलाऐ। अपने हाथों को उसके जाॅघों के बीच फिराये। ऐसे में औरते बहुत शर्माती हैं क्योकी यह उनकी मिलन की पहली रात होती हैं।
ऐसे में पत्नी अपने जाघों को चिपकाने व स्तनों को छुपाने का काम करती है। पति को ऐसे में संयम से काम लेना चाहिए और फोर प्ले चालू रखते हुए पत्नी को भरोसे में लेना चाहिए।
फोर प्ले करते रहने से कुछ ही देर में पत्नी की योनी गीली हो जाती हैं। और उसमें भी संभोग कि कामना होने लगती है इस प्रकार से क्रिया करने से दोनों कि कामना अत्यधिक तेज होने लगती है।
पत्नी धीरे-धीरे अपनी जाघों को खोलने लगती है जब पत्नी की काम वासना जाग रहीं हो तो पती को चाहिए अपनी एक-दो उँगलियाँ मिलाकर पत्नी की योनी में धीरे-धीरे डालकर हिलाए
इस प्रकार क्रिया करने पर ठंडी से ठंडी स्त्रियाँ काम उत्तेजना के उत्तेजित हो जाती हैं। स्त्रि की योनी का प्रवेश द्वार अत्यधिक सिकुडी होती हैं। इसमें पहली बार लिंग का प्रवेश करना आसान नही होता। बल्कि आसान बनाना पढ़ता हैं।
इस काम के लिए पुरुष को पहले से अपने पास वेसलिन या तेल जैसा कोई भी चिकना पदार्थ अपने पास रखना चाहिए ताकि लिंग को योनी में प्रवेश कराने से पहले कोई भी चिकना पदार्थ लगालें।
वैसे तो इस समय पत्नी के योनी और पती का लिंग अपने आप ही अमृत भीग जाता हैं। लेकिन चिकनाहट के लिए कभी-कभी ये पर्याप्त नहीं होता हैं। पुरुष को चाहिए कि पत्नी की जांघो को फैलाकर दोनों हाथों से उठाकर
लिंग को योनी के मुख पर रखके धीरे-धीरे दबाव डाले ताकि लिंग योनी के अंदर घुस जाए। इसके बाद धीरे-धीरे घर्षण करें जिससे योनी पुरी तरह तरल पदार्थ से भीग जाएगी।
पुरूष स्त्रि कि जाघों को थोड़ा और फैलाकर लिंग को योनी में प्रवेश करवाए और धीरे-धीरे धक्का लगाकर घर्षण करें। यहाँ आपको यह भी बता दे की यदि पत्नी की शील टूटी ना हो तो भी लिंग का दबाव पड़ने पर यह फट जाएगी।
कभी-कभी स्त्रि का अणावरण पहले से फटा होता हैं मगर इसका मतलब यह नहीं कि पत्नी का शादी से पहले सभोग हो चुका हैं। ऐसा संदेह पती को बिलकुल भी नहीं करना हैं क्योंकि पत्नी का अणावरण किसी भी कारण से फट सकता हैं।
जैसे अधिक मेहनत का कार्य करने अधिक व्यायाम करने साइकिल चलाने या दौड़ने से स्त्रि का अनावरण फट जाता हैं। सेक्स क्रिया करने के दौरान थोड़ा सा आराम कर लेना चाहिए। इस बीच स्त्रि से प्यारी बात करनी चाहिए।
इसके बाद फिर से योनी में लिंग को प्रवेश करा के धीरे-धीरे घर्षण चालू करते हुए ज्यों ज्यों वेग बढ़ता जाए घर्षण कि गति को बढ़ाना चाहिए। जब स्खलन होने लगे तो लिंग को योनी में ही रखें।
क्योंकि स्खलन के बाद भी लिंग योनी में रखना स्त्रि को सुख की अनुभूति प्रदान करता हैं। अक्सर सुहागरात के बाद पुरूष अपनी सेक्स के बाद यह नहीं देखता है कि मेरी पत्नी भी संतुष्ट हुई हैं या नहीं।
हम आपको यह बताना चाहते है कि यदि स्त्रि संतुष्ट हो जाती हैं तो उसका शरीर ढीला पढ जाता हैं। पसीना आने लगता हैं। ऑखे बंद हो जाती हैं और लज्जा उसके चेहरे पर दुबारा से दिखाई देने लगती है।
जब इस प्रकार से सभोंग क्रिया खत्म हो जाती हैं तो स्त्रि और पुरूष दोनों को अपने-अपने अगों को साफ कर लेना चाहिए। और दूध या शक्ति दायक या जल्दी से पचने वाले पदार्थो का सेवन करना चाहिए इसके बाद प्रेम आलाप करते हुए सो जाऐ।
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